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Corona vaccine FAQ: 'कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज में देरी हो तो पहली डोज खराब नहीं होती'

Corona vaccine FAQ: कोवैक्सीन की दूसरी डोज चार से छह हफ्ते बाद लगवा सकते हैं और कोविशील्ड की दूसरी डोज चार से आठ हफ्ते के भीतर लगवा सकते हैं। अगर वैक्सीन की कमी के चलते...



हाइलाइट्स:

  • राजधानी दिल्ली में अब वैक्सीन की कमी होने की बात सामने आ रही है
  • कोवैक्सीन की दूसरी डोज चार से छह हफ्ते बाद लगवा सकते हैं
  • कोविशील्ड की दूसरी डोज चार से आठ हफ्ते के भीतर लगवा सकते हैं
नई दिल्ली
राजधानी में अब वैक्सीन की कमी होने की बात सामने आ रही है। खासकर कोवैक्सीन लोगों को नहीं मिल पा रही है और सबसे ज्यादा परेशानी सेकंड डोज वालों को हो रही है। उन्हें वैक्सीन की दूसरी डोज लेने के लिए कई बार चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। एक सवाल अब यह भी उठने लगा है कि क्या तय समय के बाद यदि दूसरी डोज लेते हैं तो इसका नुकसान भी हो सकता है? कहीं दोबारा पहली डोज तो नहीं लगवानी पड़ेगी आदि।

'पहली डोज नहीं होगी खराब'
इस बारे में दिल्ली मेडिकल काउंसिल के प्रेजिडेंट डॉ़ अरुण गुप्ता कहते हैं कि दूसरी डोज लेने में लोगों को परेशानी हो रही है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आपने वैक्सीन की जो पहली डोज लगवाई है, वह खराब हो जाएगी। कई लोग यह मान रहे हैं कि तय समय पर दूसरी डोज ना लगने पर वैक्सीन की पहली डोज बेकार हो जाएगी और उन्हें फिर से पहली डोज से शुरुआत करनी पड़ेगी। ऐसा नहीं है क्योंकि कोवैक्सीन की दूसरी डोज चार से छह हफ्ते बाद लगवा सकते हैं और कोविशील्ड की दूसरी डोज चार से आठ हफ्ते के भीतर लगवा सकते हैं।
पहली डोज आपके मेमरी सेल में रहती है मौजूद
अगर वैक्सीन की कमी के चलते आपको वैक्सीन की दूसरी डोज तय समय पर नहीं लग रही या उससे 10-15 दिन ऊपर हो गए हैं तो घबराने की कोई जरूरत नहीं है। आप तब भी दूसरी डोज लगवा सकते हैं, क्योंकि पहली डोज आपके मेमरी सेल में मौजूद रहती है और दूसरी डोज लगने के बाद ही पूरी एंटीबॉडीज बनती हैं। कुछ समय की देरी से अगर सेकंड डोज लगती है तो उसका कोई नुकसान नहीं है। डॉ़ गुप्ता का कहना है कि कुछ लोग यह सवाल भी कर रहे हैं कि पहली डोज कोवैक्सीन की लगवाने के बाद क्या दूसरी डोज कोविशील्ड की लगवा सकते हैं?
कोवैक्सीन के बाद दूसरी डोज कोविशील्ड नहीं लगवा सकते
तो इसका जवाब है नहीं, क्योंकि दोनों वैक्सीन को अलग-अलग तरीके से बनाया गया है और अभी तक कोई ऐसी स्टडी या साइंटिफिक प्रूफ नहीं है कि दोनों डोज अलग-अलग वैक्सीन की लगवाई जा सके। जो डोज पहले लगवाई है, वही दूसरी डोज लगवाई जा सकती है। बता दें कि दिल्ली सरकार की तरफ से बीते कुछ दिनों में यह कई बार कहा जा चुका है कि इस वक्त राजधानी में वैक्सीन की काफी कमी है और सबसे ज्यादा कमी कोवैक्सीन की है इसलिए केंद्र सरकार और कंपनियों से जल्द से जल्द दिल्ली में अधिक मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध करवाने के लिए कहा गया है।
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source - navbharattimes

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