मध्य प्रदेश के किसानों ने
श्रीराम सुपर 252
और श्रीराम सुपर 303 गेहूँ बीज की उत्पादकता पर खुशी ज़ाहिर
की है।श्रीराम फार्म सोल्यूशन्स ने किसानों की फसल उत्पादकता बढ़ाने में मदद करने के लिए ये आधुनिक अनुसंधान –उन्मुख उत्पाद विकसित किए हैं।
श्रीराम सुपर 252 और 303 गेहूँ
बीज के लॉन्च के बाद इन की लोकप्रियता बहुत अधिक बढ़ गई है और मध्य प्रदेश केविभिन्न क्षेत्रों
के किसान गेहूँ की इन किस्मों को खूब पसंद कर रहे हैं।श्रीराम फ़र्टिलाइज़र्स एण्ड कैमिकल्स
के विश्व-विख्यात वैज्ञानिकों ने इन
किस्मों को विकसित किया।
श्रीराम सुपर 252 और 303 गेहूँ
बीज इनकी अनुकूलन क्षमता और उत्पादकता के चलते ये मध्य प्रदेश,पूर्वांचल, बिहार, उत्तराखण्ड एवं तराई क्षेत्रों में
गेहूँ किसानों की पहली पसंद बन गए हैं।
श्रीराम सुपर 252 गेहूँ बीज की फसल में ज़्यादा बालियाँ व दाने बड़े और सुनहरे होते हैं और मजबूत
कल्लों के कारण गिरने की शिकायत भी नहीं रहती।श्रीराम सुपर 252 जल्दी और देर से बुवाई के लिए भी उपयुक्त
है।
मध्य प्रदेश के कुछ क्षेत्र में
धान की फसल कटने पर गेहूँ की देर से बुवाई होती हे, इस कारण इस क्षेत्र के किसानों की प्रति एकड़ गेहूँ की उपज देश के अन्य प्रांतों की अपेक्षा बहुत कम है | श्रीराम सुपर 303 गेहूँकी किस्म कम अवधि में भरपूर उत्पादन देने के साथ बीमारियों के प्रति भी सहनशील हे। श्रीराम सुपर 303 गेहूँ किस्म के दाने मोटे, चमकदार और ज़्यादा वज़न के कारण बाज़ार भाव भी अधिक मिलता हे।
मध्यप्रदेश के अम्बाह से एक
किसान विष्णु शर्मा
ने श्रीराम फार्म सोल्यूशन्स की ओर से दिए गए एक डेमो देखने के बाद अपने 2.5 एकड़खेत में श्रीराम सुपर 252 गेहूं बीज बोया| वे अपने इस फैसले से बहुत खुश है क्योंकि उनके फसल कि उपज 25 क्विंटल प्रति एकड़ रही| उन्होंने बताया कि उन्हें इसमें कई विशेषताएं देखने को मिली जैसे अधिक कल्लो कीसंख्या (17-18 प्रति पौधा) , प्रति बाली ज्यादा दाने (75-80 दाने प्रति बाली ) ओर उपयुक्त पौधे की ऊंचाई (लगभग 90-100 cm ) |श्रीराम सुपर 252 की अधिक उत्पादकता ओर बेहतर गुणवत्ता वाली फसल को देखकर वे अन्य किसानो को इसी की बुवाई करने की सलाह
देते है |
मध्य प्रदेश के अन्य किसान श्रीराम सुपर 303 गेहूँ बीज बोने सेभी इसी तरह की सफलता पा रहे हैं|
भोपाल
के प्रगतिशील किसान अवध नारायण शर्मा ने श्रीराम सुपर 303 बोया था और
साथ ही अन्य किस्म की बुवाई
भी की थी|
वे
अपने इस फैसले से बहुत खुश है क्योंकि उनके फसल कीउपज 27 क्विंटल प्रति एकड़ रही जो अन्य किस्मों की तुलना में 3 क्विंटल प्रति एकड़ अधिक थी | जिसके के कारण उन्हें श्रीराम सुपर 303 से Rs6000 प्रति
एकड़का अतिरिक्त मुनाफा प्राप्त हुआ है
| उन्हें
फसल गिरने की शिकायत भी नहीं है आयी और दाने मोटे, चमकदार और
ज़्यादा वज़न के कारण बाज़ार भाव भी अधिक मिला । अगले साल वो अपनी पूरी ज़मीन पर श्रीराम सुपर 303 बीज ही लगाएंगे|
श्रीराम सुपर 252 और 303 गेहूं बीज के साथ साथ , श्रीराम फार्म सोल्यूशन्स कीअन्य किस्मेंजैसे श्रीराम सुपर 111 भी पिछले कुछ सालों से अपनी शानदार परफॉरमेंस के चलते मध्य प्रदेश के किसानो में बेहद लोकप्रिय होगयी हैं|
श्रीराम फार्म सोल्यूशन्स
श्रीराम फार्म सोल्यूशन्स 131 वर्ष पुराने एक अग्रणी बिज़नेस ग्रुप - डीसीएम श्रीराम लिमिटेड का एकभाग है, जिसका टर्नओवर
एग्री-इनपुट जैसे बीज, स्पेशलटी न्यूट्रिशन एवं फसल संरक्षण श्रेणियों के कारोबार में सक्रिय है।
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