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Mulayam Singh Yadav Death: आसान नहीं रहा समाजवादी पार्टी और इसके संस्थापक, मुलायम सिंह यादव का सफर


मुलायम सिंह यादव का जन्म 22 नवंबर, 1939 को इटावा जिले के सैफई गाँव में किसान परिवार में हुआ था। मूर्ती देवी व सुघर सिंह के घर जन्मे मुलायम सिंह अपने पाँच भाई-बहनों में रतनसिंह से छोटे व अभयराम सिंह, शिवपाल सिंह यादव, रामगोपाल सिंह यादव और कमला देवी से बड़े हैं।

उन्होंने 4 अक्टूबर, 1992 को समाजवादी पार्टी का गठन किया था। अपने राजनीतिक करियर में वे तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद पर नियुक्त हुए। 

8 बार विधायक और 7 बार सांसद

मुलायम सिंह यादव 1967 से लेकर 1996 तक 8 बार उत्तर प्रदेश में विधानसभा के लिए चुने गए। एक बार 1982 से 87 तक विधान परिषद के सदस्य रहे। 1996 में उन्होंने लोकसभा का पहला चुनाव लड़ा। इसके बाद से अब तक वे 7 बार लोकसभा में पहुँच चुके हैं। 

1977 में वे पहली बार यूपी में मंत्री बने। उस समय उन्हें को-ऑपरेटिव और पशुपालन विभाग दिया गया। 

1989 में जब उत्तर प्रदेश सरकार का गठन होने वाला था, उस समय मुख्यमंत्री पद के दो उम्मीदवार थे- मुलायम सिंह और अजित सिंह। मुलायम सिंह जनाधार वाले नेता थे, जबकि अजित सिंह अमेरिका से लौटे थे। विश्वनाथ प्रताप सिंह हर हाल में अजित सिंह को उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाना चाहते थे। लेकिन मुलायम सिंह को यह मंजूर नहीं था।

मुलायम सिंह पर कई किताबें भी लिखी जा चुकी हैं। इनमें पहली पुस्तक का नाम 'मुलायम सिंह यादव- चिन्तन और विचार' है, जिसे अशोक कुमार शर्मा ने सम्पादित किया था। इसके अलावा राम सिंह और अंशुमान यादव द्वारा लिखी गई 'मुलायम सिंह: ए पॉलिटिकल बायोग्राफी में उनकी प्रामाणिक जीवनी है।

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