1. सोनी सब के साथ जुड़ना कैसा लग
रहा है?
मैं हमेशा से सोनी सब और इसके शोज का प्रशंसक
रहा हूँ। सभी शोज हल्के-फुल्के अंदाज वाले होते हैं और सकारात्मक भावना जगाते
हैं। मेरी माँ इसे फॉलो करती हैं और वे लंबे समय से इसके सभी शोज को देख रही हैं।
इसलिये मुझे यह अच्छा लगेगा कि मेरी माँ मुझे देखेंगी और ऐसे अनोखे शो के लिये इस
चैनल से जुड़ना मुझे अच्छा लग रहा है।
2. एक कॉन्सेप्ट के तौर पर माइथोलॉजी
भारतीय टीवी में प्रचलित है, गरुड़ उससे कैसे अलग है?
हम सभी ने भगवान राम, गणेश जी, साईं बाबा, हनुमान की
कहानियाँ सुनी हैं, लेकिन हमें गरुड़ के चरित्र और ऐतिहासिक
महत्व पर बहुत कम जानकारी है। इसलिये बतौर एक्टर्स, यह
हमारे लिये एक अनूठी और अलग पेशकश है और यह दर्शकों के लिये भी वैसा ही है। गरुड़
में माइथोलॉजी के साथ ड्रामा और एक्शन का खूबसूरत संगम है, जो
इसे एक संपूर्ण पारिवारिक शो बनाता है।
3. हमें अपने किरदार के बारे में
कुछ बताइये। अपने किरदार को निभाने में आपको कौन-सी बात सबसे अच्छी लगती है?
मैं कालिया का रोल कर रहा हूँ, हम सभी नाग/सर्प बंधु हैं। कालिया शक्तिशाली है, अपने
तरीके से काम करना चाहता है और किसी की बात नहीं सुनना चाहता है, चाहे उसकी माँ हो या भाई। वह बहुत आक्रामक है और उसे जल्दी गुस्सा आ
जाता है। यह किरदार निगेटिव है, लेकिन मुझे इसकी इंटेंसिटी
पसंद है। इसमें बतौर कलाकार, मेरे लिये अपना दायरा बढ़ाने और
कुछ ऐसा करने का एक बड़ा स्कोप है, जो मैंने पहले कभी नहीं
किया है। इसलिये मुझे इस किरदार को निभाने और शो के दौरान एक कलाकार के तौर पर खुद
को ज्यादा खोजने की उम्मीद है।
4. अपने किरदार को पढ़ने और समझने
के लिये आपने किस तरह तैयारियाँ कीं?
मैंने गरुड़ की कहानी, उनके जीवन में महत्व रखने वाले किरदारों और गरुड़ और कालिया के रिश्ते
के आयामों को समझने के लिये कई कहानियाँ पढ़ीं और रिसर्च किया। फिर शो के लिये खुद
को तैयार करने के लिये बहुत सारा शोध और पढ़ाई की। कालिया की तैयारी के लिये मैंने
राक्षसी हंसी के तरीकों का अभ्यास किया और उन्हें अपनाया। यह किरदार हमेशा कुछ न
कुछ करने के लिये तत्पर रहता है, जैसे किसी को मारना या
किसी की जिन्दगी में खतरा लाना, इसलिये मैंने यह कल्पना
करने की कोशिश की कि अगर आप अचानक उसे रोकना चाहें, तो उसकी
प्रतिक्रिया क्या होगी। उसकी अपनी बारीकियाँ हमेशा रहेंगी और आप इस किरदार में
काफी बेसब्री देखेंगे, जो मैंने कालिया बनने के लिये अपनाई
हैं।
5. आपका किरदार अलग कैसे है?
उसका पागलपन, वह बहुत अप्रत्याशित
है। लोग इस किरदार के अप्रत्याशित स्वभाव को देखना पसंद करेंगे। थोड़ी बारीकी हर
किसी में होती है, लेकिन कालिया में बिलकुल नहीं है। उसकी
कोई सीमा नहीं है और वह वही सोचेगा और कर बैठेगा, जो उसे अच्छा
लगेगा और वह किसी की नहीं सुनेगा। इसलिये मुझे लगता है कि लोगों के लिये यह देखना
दिलचस्प होगा।
6. एक जोनर के तौर पर माइथोलॉजी को
लेना कैसा लगा रहा है, पहली बार कर रहे हैं या यह
वापसी है? इस शो के लिये आप कैसे आकर्षित हुए?
बिलकुल ईमानदारी से कहूं, तो मैंने इस शो का प्रोमो और टीज़र देखा और तब से ही मैं इसका हिस्सा
बनना चाहता था। इसके लिये मैं अगस्त से ही टीम के साथ बात कर रहा था। मैं जानता
था कि यही मौका है, मैंने अपनी जिन्दगी में पहले कभी
माइथोलॉजी में काम नहीं किया था, यह मेरा 7वां या 8वां शो है
और मैंने हमेशा लवर बॉय या बिगड़ैल लड़के या कुछ और के तौर पर काम किया था। लेकिन
यह कुछ अलग था और मैं इस जोनर में हाथ आजमाना चाहता था, क्योंकि
मैं जानता था कि इससे मेरी हिन्दी और संस्कृत पर पकड़ बेहतर होगी।
7. इस शो के कलाकारों के साथ काम
करते हुए आप कितने उत्साहित हैं?
गरुड़ के सारे कलाकार बेहतरीन हैं। सभी अनुभवी
एक्टर्स हैं और अपने-अपने किरदारों में बखूबी ढल गये हैं। सेट पर मैं बहुत मजा
करता हूँ,
और हर दिन सीखने के लिये भी बहुत कुछ मिलता है। हम सभी बिलकुल अलग
टाइप के सेट पर शूटिंग कर रहे हैं, क्योंकि इस शो का
वीएफएक्स काफी तगड़ा है और इसलिये हर किसी को इसके अनुकूल होते देखना भी बतौर एक
एक्टर, मेरे लिये बहुत सुखद रहा है। मुझे कई सारे बेहतरीन
कलाकारों की अभिनय की तकनीकें देखने का मौका मिला है।
8. शूटिंग का पूरा अनुभव कैसा रहा?
काफी थकाने वाला, लेकिन उतना
ही संतोषजनक। हर दिन हम भारी कपड़ों और एसेसरीज के साथ शूटिंग कर रहे हैं, लेकिन हम आमतौर पर जो करते हैं, उससे यह काफी मजेदार
और अलग है और इसलिये बतौर एक टीम, यह हमारे लिये यादगार हो
जाता है।
9. इस शो की कोई एक बात, जिसका दर्शकों को इंतजार करना चाहिये?
‘धर्म योद्धा गरुड़’ में ऐसे कई अनकहे पहलू और घटनाएं
होंगी, जो ऐक्शन और ड्रामा से भरपूर होंगी और यह हमारे
दर्शकों को अच्छा लगेगा। वीएफएक्स पर टीम ने जो शानदार काम किया है, वह इसे देखने में सुहाना बना देगा।
10.
अपने प्रशंसकों/दर्शकों के लिये कोई संदेश?
इस बार मैं बिगड़ैल रईसजादे या लवर बॉय जैसी
भूमिकाओं से बिलकुल अलग कुछ नया कर रहा हूँ और मुझे यकीन है कि मेरे प्रशंसक इस
अवतार में मुझे पसंद करेंगे। यह शो हर पहलू में भव्य होने का वादा करता है और
आपको अपने टेलीविजन स्क्रीन से हटने नहीं देगा। मैं दर्शकों से अनुरोध करता हूँ
कि वे ‘धर्म योद्धा गरूड़’ को अपना पूरा प्यार दें और यह
महाकाव्य जरूर देखें।
देखिये ‘धर्म योद्धा गरुड़’, सोमवार से शनिवार शाम 7 बजे,
केवल सोनी सब पर!
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