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मध्यप्रदेश: ज्योतिरादित्य सिंधिया और कैलाश विजयवर्गीय ही मुख्यमंत्री की दौड़ में सबसे आगे

 सच होती नजर आ रही ट्रूपल की भविष्यवाणी, सिंधिया या विजयवर्गीय के सर सजेगा मुख्यमंत्री का ताज

Troopel Desk: ज्योतिरादित्य सिंधिया की बगावत की घोषणा विधानसभा चुनाव के काफी दिन बाद हुई लेकिन इसके संकेत ट्रूपल के को-फाउंडर और राजनीतिक विश्लेषक अतुल मलिकराम ने 2019 विधानसभा चुनाव के दौरान ही कर दी थी। troopel.com ने इस खबर को प्रमुखता से चलाया और बताया था कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को यदि मुख्यमंत्री का पद नहीं दिया गया तो वह पार्टी छोड़ सकते हैं और अंत में ऐसा ही देखने को मिला। वहीं इसी के साथ पिछले दिनों बंगाल बीजेपी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को नए रोल में देखने और दिखाने के बात भी troopel.com ने की। इसके अंतर्गत कैलाश विजयवर्गीय को मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाए जाने की बात को प्रमुखता से उठाया गया। 


अब मौजूदा राजनीतिक हालातों को देखें तो परिस्थितियां कुछ ऐसी नजर आ रही हैं। जिसमें 17 जून को प्रदेश का मुख्यमंत्री बदला जा सकता है और इसमें सबसे ऊपर जो दो नाम हैं वह कैलाश विजयवर्गीय और ज्योतिरादित्य सिंधिया के ही हैं। मलिकराम के मुताबिक, भले अटकलें बीडी शर्मा या नरोत्तम मिश्रा के बीच लगाई जा रही हों, लेकिन मुख्यमंत्री की गद्दी, ज्योतिरादित्य सिंधिया या कैलाश जी में से ही किसी एक को मिलेगी। उसके कई जायज कारण हैं, जिन्हे साफ तौर पर समझा जा सकता है।

तो क्या मध्य प्रदेश की राजनीति में जल्दी एक बड़ा उलटफेर देखने को मिलेगा! क्या 15 सालों से जनता की पहली पसंद रहे शिवराज जी को प्रदेश से निकालकर केंद्र की राजनीति में शामिल किया जाएगा और क्या बंगाल में भाजपा की जमीन को मजबूत करने वाले कैलाश विजयवर्गीय को उनके बेहतर काम का तोहफा मुख्यमंत्री के रूप में मिलने वाला है या फिर ज्योतिरादित्य सिंधिया की तमन्ना जल्द ही पूरी होने वाली है? इन सभी सवालों के जवाब, वक्त आने पर मिल ही जायेंगे। उम्मीद है नतीजे ट्रूपल के पक्ष में ही होंगे।

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