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Farmers Protest: केंद्रीय गृहमंत्री Amit Shah का आश्‍वासन नहीं आया काम, दिल्‍ली बॉर्डर पर जमे हैं किसान

Delhi Kisan Andolan Amit Shah: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के आश्‍वासन के बाद भी दिल्‍ली बॉर्डर पर अभी क‍िसान डटे हुए हैं। ये क‍िसान बुराड़ी मैदान जाने के ल‍िए तैयार नहीं हैं। इस बीच केंद्र सरकार ने कहा है क‍ि वह 3 नवंबर को बातचीत के ल‍िए तैयार है।


नए खेती कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन लगातार चौथे दिन रविवार को भी जारी है। दिल्ली पुलिस ने किसानों को बुराड़ी में निरंकारी आश्रम तक आने की इजाजत दी है, लेकिन ज्यादातर किसान सिंघू और टीकरी बॉर्डर पर जमे हैं। इनका कहना है कि हमें जंतर मंतर जाने की इजाजत दी जाए, नहीं तो यहीं प्रदर्शन करेंगे। किसान रोज बैठक कर उस दिन की रणनीति तय करेंगे।


केंद्र ने फिर कहा कि सरकार किसान संघों से 3 दिसंबर को बातचीत के लिए तैयार है। सूत्रों ने बताया कि किसानों को बुराड़ी पहुंचाने के लिए अमित शाह समेत कई केंद्रीय मंत्रियों ने किसान नेताओं से बात की है, लेकिन किसान हिलने को तैयार नहीं हैं। उन्हें लगता है कि हाइवे छोड़ने पर उनकी स्थिति कमजोर होगी। वे चाहते हैं कि मंत्री बॉर्डर पर आकर बात करें।

दिल्ली से लगते गाजीपुर बॉर्डर पर भी किसान डटे हैं। उन्हें बिना ट्रैक्टर प्रवेश की इजाजत दी गई है। हरियाणा के जींद, पानीपत से बड़ी संख्या में किसान दिल्ली की ओर आ रहे हैं। वहीं, बुराड़ी पहुंचे किसानों के लिए टेंट, खाने-पीने का इंतजाम किया गया है। कोराना जांच की भी व्यवस्था की गई है। इससे पहले गृह मंत्री शाह ने प्रदर्शनकारी किसानों से कहा था कि वे अपना विरोध प्रदर्शन करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी के बुराड़ी मैदान में चले जाएं।

किसान गृह मंत्री अमित शाह की अपील के बाद भी शनिवार को नाराज नजर आए। भारतीय किसान यूनियन- पंजाब के अध्यक्ष जगजीत सिंह ने कहा कि अमित शाह जी ने सशर्त जल्दी मिलने की बात कही है जो कि ठीक नहीं है। उन्हें बिना शर्त खुले दिल से बातचीत की पेशकश करनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि हम रविवार को बैठक करेंगे और उसके बाद अपनी आगे की योजना बनाएंगे। भारतीय किसान यूनियन (राजेवाला) के अध्यक्ष बलबीर सिंह राजेवाला ने बताया, ‘हमने अभी तक बुराड़ी मैदान में जाने का निर्णय नहीं किया है. शाम में हम बैठक करेंगे जिसमें आगे की रूपरेखा तय की जाएगी।’

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