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ऐसा भी होता है: एक शहर ऐसा, जहाँ नहीं दिखता है महीनों सूरज

प्रकृति बिना किसी अपेक्षा के अनगिनत और अद्भुत रंग बिखेरती रहती है, जिनमें से कितने ही रंगों को प्राणी समेटने की कल्पना भी नहीं कर सकता। पृथ्वी के हर छोटे बड़े हिस्से में प्रकृति ने अपनी रंगबिरंगी और अनोखी छवि छोड़ी है। यदि हम उत्तरी ध्रुव की बात करें, तो इस तरफ आगे बढ़ते हुए सर्दियों में कुछ जगहों पर दिन इतने छोटे होते हैं कि वहाँ रोशनी नहीं पहुंच पाती है। आर्कटिक में स्थित अलास्का के उतकियागविक में बिल्कुल ऐसा ही आलम रहता है। खास बात यह है कि यहाँ सर्दियों में दिन में भी अंधेरा रहता है। यहाँ हर साल सर्दियों में ऐसा होता है, इस दिलचस्प घटना को पोलर नाइट कहा जाता है।

हमारे लिए अद्भुत, लेकिन यहाँ के लोगों के लिए है सामान्य घटना

अलास्का का यह शहर धरती की धुरी के झुकाव पर स्थित है, जिसके चलते यहाँ हर साल सर्दियों में दो महीने की रात होती है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, पोलर नाइट एक सामान्य घटना है, जो उत्क्वियाग्विक और आर्कटिक ध्रुव पर स्थित शहरों में होती है। ध्रुव पर स्थित होने के कारण यहाँ ऐसा झुकाव बनता है कि यहाँ पर रोशनी का पहुंचना मुश्किल होता है। आम दिनों में भी यहाँ सूरज की रोशनी काफी कम वक्त के लिए रहती है।  

जैसा कि हम सभी जानते हैं कि पृथ्वी अपनी एक्सिस पर टेढ़ी खड़ी है। इसके कारण उसके दोनों पोल्स यानी नॉर्थ और साउथ पोल पर सूरज की रोशनी एक साथ नहीं पड़ती। यही कारण है कि नॉर्थ में 6 महीने यदि दिन रहता है, तो साउथ पोल में उन दिनों रात होती है। आर्कटिक सर्किल के ऊंचाई पर स्थित होने की वजह से सूरज यहाँ क्षितिज से ऊपर ही नहीं आ पाता। हालांकि पोलर नाइट होने के बावजूद उत्क्वियाग्विक शहर पूरी तरह अंधेरे में नहीं रहता है। दिन में रोशनी तो नहीं रहती, लेकिन हल्का उजाला बना रहता है। यह नजारा कुछ ऐसा होता है जैसे सूर्यास्त के पहले या सूर्योदय के बाद आसमान में नजर आता है। 

22 जनवरी को निकलेगी सूर्य की पहली किरण

जैसा कि हम सुबह-सुबह देखते हैं, तो हमें आसमान में पूर्व की ओर सूर्य की हल्की लालिमा दिखाई देती है और ठीक वैसे ही शाम होती है। इतनी ही नहीं, ऐसी ही रोशनी में अगले 60 दिनों तक उत्क्वियाग्विक के लोगों को दिन गुजारने पड़ेंगे। 22 जनवरी को फिर से उत्क्वियाग्विक में सूर्य उगेगा और इतने दिन बाद आने वाली रोशनी से वहाँ का माहौल खुशनुमा होगा।  

माइनस 20 डिग्री तक चला जाता है तापमान

4 हजार की आबादी वाले उत्क्वियाग्विक शहर में सूरज और रोशनी के बिना मौसम काफी ठंडा रहता है। कई बार यहाँ का तापमान माइनस में 10 से 20 डिग्री तक नीचे चला जाता है। दो महीने के अंधेरे में शहर का औसत तापमान भी माइनस 5 डिग्री से नीचे ही रहता है।

इन शहरों में भी होती हैं पोलर नाइट्स

पोलर नाइट्स की स्थिति अमेरिका में अलास्का के अलावा रूस, स्वीडन, फिनलैंड, ग्रीस और कनाडा के कुछ शहरों में भी पैदा होती है। कनाडा के ग्रीस फिओर्ड में 100 दिन तक अंधेरे की स्थिति बनी रहती है। आखिरी बार यहाँ लोगों ने अक्टूबर के अंत में सूरज देखा था। 19 फरवरी 2019 को यहाँ दोबारा सूर्योदय होगा।

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