आयुध भानुशाली ने सीखी कबड्डी!
Aayudh Bhanushali: एण्डटीवी के 'दूसरी मां' में कृष्णा के आदर्श किरदार में अभिनय कौशल |
आयुध भानुशाली, जिन्हें एण्डटीवी के ‘दूसरी मां‘ में कृष्णा के उनके किरदार के लिये जाना जाता है, ने अपने अभिनय कौशल से दर्शकों के साथ एक खास जुड़ाव बनाया है। इतनी छोटी उम्र में भी, वह व्यक्तिगत विकास एवं नई प्रतिभाओं को सीखने के लिये प्रतिबद्ध हैं। हाल ही में उन्होंने शो के एक बेहद खास सीन के लिये कबड्डी में महारत हासिल की। शो में उनके सह-कलाकार स्वतंत्र भारत (शमशेरा) के मार्गदर्शन में उन्होंने इस खेल को प्रामाणिक रूप से दिखाने के लिये बड़ी मेहनत से जरूरी कौशल सीखे हैं। इससे मौजूदा कहानी में उनके शानदार परफॉर्मेंस की गारंटी मिली है। मौजूदा कहानी में कबड्डी खेलने की अपनी तैयारी के बारे में बात करते हुए, आयुध भानुशाली ने बताया, ‘‘आने वाली कहानी में कृष्णा कबड्डी के मैदान में कदम रखेगा और दूसरे खिलाड़ियों से घिरा होगा। चूंकि मैंने यह खेल कभी नहीं खेला, मैं इसे सीखना चाहता था और इसमें अपना पूरा दमखम लगा देना चाहता था। जब हमने शूटिंग शुरू की, तब मुझे तुरंत लग गया था कि कबड्डी का खिलाड़ी बनना कोई आसान काम नहीं है। मैंने समझा कि इस खेल में विरोधी टीम को हराने के लिये तेज दिमाग चाहिये। इस बात से मैं रोमांचित तो था, लेकिन घबराया हुआ भी था। मुझे कहना ही होगा कि पूरे सीक्वेंस की शूटिंग से पहले मुझे लगा कि मैं असली मैच खेलने और एक टीम में जाने की तैयारी कर रहा हूँ, चाहे यह सब सिर्फ एक खास सीन के लिये हो रहा था। मैंने गंभीर होकर तैयारी की और अपनी ताकत और स्टेमिना पर काम किया। हालांकि जब हमने सीन की शूटिंग की, तब मुझे जल्दी ही लग गया कि इसमें खास तकनीकें चाहिये। स्वतंत्र भारत सर ने मुझे कुछ तकनीकें बताईं, जैसे कि टैकल, ब्लॉक, चेन टैकल, वेस्ट होल्ड, एंकल होल्ड, थाई होल्ड, डाइविंग एंकल होल्ड, डुबकी, आदि। मैंने इन तकनीकों को बेहतर समझने के लिये कबड्डी के कुछ आॅनलाइन गेम्स भी देखे। कबड्डी सचमुच एक आकर्षक खेल है। कबड्डी के असली मैदान में शूटिंग करना एक बेहतरीन और यादगार अनुभव था। मैं हमारे भारतीय कबड्डी खिलाड़ियों का पूरा सम्मान करता हूँ, जो बचपन से ही कठोर प्रशिक्षण लेते हैं और अंतर्राष्ट्रीय मंच पर पूरे गौरव के साथ हमारे देश का प्रतिनिधित्व करते हैं।’’
Aayudh Bhanushali: एण्डटीवी के 'दूसरी मां' में कृष्णा के आदर्श किरदार में अभिनय कौशल |
अपने सह-कलाकार और कोच से अपने करीबी रिश्ते के बारे में आयुध भानुशाली ने उत्साहित होकर बताया, ‘‘स्वतंत्र भारत सर और मैंने कबड्डी के सीन्स के लिये अभ्यास में काफी वक्त बिताया। उन्होंने बढ़-चढ़कर मुझे इस खेल की बारीकियाँ सिखाईं और धीरज दिखाया। हमने हर शूट से पहले कम से कम दो से तीन घंटे अभ्यास किया, ताकि चीजें आसान रहें। वह बेहद अनुशासित हैं, द्यिाटनेस को लेकर उत्साही हैं और अच्छे से एक्सरसाइज करते हैं। शूट के दौरान मैंने उन्हें एक बार में पचास पुश-अप्स लगाने की चुनौती दी और उन्होंने कुछ ही मिनटों में यह कर दिखाया। बाद में उन्होंने मुझे ऐसा करने की चुनौती दी और मैं चतुराई से टाल गया (हंसते हैं)। मुझे कबड्डी सीखने और खेलने में बड़ा मजा आया। मेरे पैरेंट्स मुझे स्क्रीन पर यह चुनौतीपूर्ण खेल खेलते हुए देखकर रोमांचित हैं और मैं उम्मीद करता हूँ कि दर्शक भी उतने ही रोमांचित होंगे। मुझे खुशी है कि हमारा शो ‘दूसरी माँ’ कबड्डी जैसे कम तवज्जो पाने वाले खेलों को बढ़ावा देने में मदद कर रहा है।’’
‘दूसरी मां‘ में इस सप्ताह ‘कबड्डी की कहानी‘ देखना न भूलें, हर सोमवार से शुक्रवार, रात 8:00 बजे सिर्फ एण्डटीवी पर!
Read More: BERLIN - जासूसी थ्रिलर का विश्व प्रीमियर
0 टिप्पणियाँ