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चहल पर जातिगत टिप्पणी कर बुरे फंसे युवराज, हरियाणा पुलिस ने किया गिरफ्तार


एक कार्यक्रम के दौरान जातिगत टिप्पणी करने पर युवराज सिंह को हरियाणा पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि बाद में रविवार को उन्हें जमानत पर छोड़ दिया गया। पुलिस ने युवराज की गिरफ्तारी को एक तरह से गुप्त ही रखा था। गिरफ्तारी की जानकारी रविवार को सामने आई।

हरियाणा पुलिस ने रविवार को कहा कि भारत के पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह को हाईकोर्ट के एक आदेश के बाद जातिवादी टिप्पणी मामले में गिरफ्तार किया गया और फिर जमानत पर रिहा कर दिया गया। युवराज पर एक इंस्टाग्राम चैट के दौरान एक अन्य क्रिकेटर युजवेंद्र चहल के खिलाफ जातिवादी टिप्पणी करने का आरोप है।

पुलिस ने कहा कि युवराज सिंह शनिवार को हांसी आए और हमने औपचारिक गिरफ्तारी की। जिसके कुछ घंटों के बाद उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया।

हरियाणा के हांसी के ही रहने वाले रजत कलसन ने आरोप लगाया था कि युवराज ने एक इंस्टाग्राम चैट के दौरान एक अन्य क्रिकेटर का जिक्र करते हुए आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। रजत ने इसके खिलाफ एसी/एसटी एक्ट के तहत पुलिस में शिकायत दी। जिसके बाद पुलिस ने युवराज सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर लिया।

इस मामले के खिलाफ युवराज सिंह पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट पहुंच गए। युवराज ने मामले को रद्द करने की मांग की। इसी मामले पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने पिछले हफ्ते पुलिस को निर्देश दिया था कि जांच में शामिल होने पर, यदि युवराज को गिरफ्तार किया जाता है, तो उन्हें अंतरिम जमानत पर रिहा किया जाएगा। इसीलिए युवराज को शनिवार को गिरफ्तार किया गया और फिर रविवार को जमानत पर रिहा कर दिया गया।

युवराज सिंह अपनी इस टिप्पणी पर पहले ही खेद जता चुके हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा था- “मैं समझता हूं कि जब मैं अपने दोस्तों के साथ बातचीत कर रहा था, तो मुझे गलत समझा गया, जो अनुचित था। हालांकि, एक जिम्मेदार भारतीय के रूप में मैं कहना चाहता हूं कि अगर मैंने अनजाने में किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है, तो मैं उसके लिए खेद व्यक्त करता हूं।

युवराज की गिरफ्तारी पर शिकायतकर्ता शख्स ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें वीआईपी ट्रीटमेंट दिया गया है। हाईकोर्ट के जमानत वाली आदेश के खिलाफ रजत कलसन सुप्रीम कोर्ट में अपील भी कर चुके हैं। जिसपर अभी सुनवाई होनी है।

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