घुमंतु श्रमिकों तथा विभिन्न प्रतिष्ठानों में काम करने वाले बाल श्रमिकों की पारिवारिक स्थिति में सुधार लाने के लिए उनके परिवारों को बीपीएल कार्ड से जोड़ा जाएगा, ताकि ये परिवार सरकार द्वारा बीपीएल कार्ड पर मिलने वाली सुविधाओं का फायदा उठा सकें।
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पानीपत के डीसी धर्मेंद्र सिंह ने महिला एवं बाल विकास विभाग, जिला बाल संरक्षण अधिकारी के माध्यम से बुलाई गई बैठक की अध्यक्षता करते हुए ये आदेश दिए। उन्होंने कहा कि बाल श्रम किसी श्राप से कम नहीं है। आधुनिक युग में रहने के बाद भी हम इसे पूरी तरह से खत्म नहीं कर पाए हैं। हमें इन बच्चों की प्रतिभा को तराशने और निखारने का काम करना होगा।
यह बैठक जिले में चल रहे विभिन्न शैल्टर होम, बाल श्रमिक पुर्नवास केंद्र और विभिन्न संस्थानों द्वारा चलाए जा रहे उत्थान एवं पुर्नवास केंद्राें की प्रगति और उनकी समीक्षा के लिए की गई थी।
स्लम एरिया में किया जाएगा सर्वे
स्लम एरिया में जिन परिवारों के बच्चें बाल श्रमिक के तौर पर काम करते हैं या घुमंतु माहौल में रहकर भीख मांगने पर मजबूर हैं। ऐसे परिवारों को चिन्हित किया जाएगा। बीपीएल कार्ड बनने से मिलने वाली राशन इत्यादि की सुविधाएं उन्हें मिलती रहेंगी। जिला कल्याण अधिकारी के माध्यम से भी पिछड़े वर्गों को ऊपर उठाने के लिए सरकार स्कॉलरशीप दे रही है। इसके अलावा अन्य कार्यक्रम भी चलाए गए हैं।
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